
अमेरिकी राष्ट्रपति का स्वयंसेवा पुरस्कार एक व्यक्ति या समूह को दिया जाता है जो लगातार अपना अधिक समय स्वयंसेवा कार्य में लगाता है। स्वयंसेवा कार्य के घंटों के हिसाब से कांस्य, रजत या स्वर्ण पुरस्कार दिया जाता है। खास तौर पर यदि कोई अपने पूरे जीवनकाल में 4,000 घंटों से ज्यादा समय तक समर्पित भाव से स्वयंसेवा कार्य करे, तो उसे कांस्य, रजत या स्वर्ण पुरस्कार समेत सबसे उत्तम पुरस्कार, यानी लाइफटाइम पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।
मैं आपको राष्ट्रपति स्वयंसेवा पुरस्कार मिलने पर बधाई देता हूं और आपके समाज और हमारे देश में अनेक अत्यावश्यक जरूरतों को पूरा करने के लिए धन्यवाद देता हूं।
मैंने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि हर अमेरिकी नागरिक के अपने देश और दुनिया के प्रति उत्तरदायित्व और कर्तव्य बोध करने का नया जमाना आया है। ये कर्तव्य अनिच्छा से ग्रहण किए जाने वाले नहीं, लेकिन स्वेच्छा से ग्रहण किए जाने वाले हैं और ये हमें इसका बोध कराते हैं कि ऐसा कुछ नहीं है जो अपने को दुःसाध्य कामों में पूरा समर्पित करने से ज्यादा हमारी आत्मा को संतुष्ट कर सकता है। आपकी स्वयंसेवा मेरे इस वचन को आपके समाज में प्रमाणित करती हैं और अमेरिका को इस बड़े वादे की पूर्ति की ओर एक और कदम बढ़ाने देती है।…
सरकार जनता को अपने समाज की सेवा करने का और अधिक अवसर प्रदान कर सकती है, लेकिन यह हम पर निर्भर है कि हम कितना उन अवसरों को झपट लेते हैं। मैं आपके समर्पण के लिए और हमारे सर्वोत्तम देश के बेहतर भविष्य को रचने में अपार सहयोग देने के लिए आभार व्यक्त करता हूं।
बराक ओबामा, अमेरिका के 44वें राष्ट्रपति