24 अप्रैल 2016 को 17वें नया जीवन वॉकथॉन में
हमारा जीवन वसंत के फूलों की तरह बहुत छोटा है जो जल्दी खिलते और झड़ते हैं। इस छोटे से जीवन में यदि हमें अकेले कठिन समय सहना पड़े, तो हमारा जीवन कितना अकेला और दयनीय होगा!
वैश्विक गांव में कई ऐसे लोग हैं जो अकेलापन महसूस करते हुए एकांत में रह रहे हैं। लेकिन, यदि कोई ऐसा संगी है जो मेरी परवाह करता है और मेरे कठिन जीवन में मुझे हौसला देता है, तो यह कितनी बड़ी सांत्वना और आशा होगी?
आज, हम जलवायु शरणार्थियों, भूकंप पीड़ितों और सामाजिक रूप से वंचित परिवारों के साथी बन गए हैं, उन्हें प्रोत्साहित और समर्थन कर रहे हैं। कृपया याद रखें कि आज हम जो भी कदम उठाते हैं, उसका मतलब एकाकी लोगों का साथ देने की एक महान इच्छा है।
आइए हौसला रखे! आइए साहस रखें! बारिश के बाद साफ मौसम आता है। दुख के बाद खुशी आती है। निराश न होइए बल्कि आगे बढ़ते रहिए। अच्छा दिन जरूर आएगा। इन बहुत से दोस्तों का समर्थन है जो आज यहां एक साथ हैं।